शुक्रवार, 27 जुलाई 2018

i3,i5 लैपटॉप में Window xp कैसे Install करे


i3,i5 लैपटॉप में Window xp कैसे Install करे 

आजकल बाजार में i Series के लैपटॉप आ गए है।  जिसमे Window 7,8,10 डाले जाते है।  लेकिन जो शुरू से ही window xp पर काम करता है उसे नयी    विंडो में काम करने में मुश्किल होती है।  i3 के लैपटॉप या  डेस्कटॉप में window xp को इनस्टॉल  करने पर ब्लू स्क्रीन एरर(Blue screen Error) आ जाता है। जिनको  कंप्यूटर हार्डवेयर(Comuter Hardware) की जानकारी नहीं होती है।  उनको यह बहुत बड़ी समस्या लगती है।  जिसके लिए वह किसी हार्डवेयर की शॉप पर जाकर window xp   को डलवाते है।  अब आपको कही जाने की जरुरत नहीं है आप अपने आप ही लैपटॉप या डेस्कटॉप में window xp  बड़ी आसानी से डाल सकते है।  सिर्फ आपको बायोस सेटअप (Bios Setting) में कुछ सेटिंग करनी होती है।  कंपनी  डिफ़ॉल्ट रूप से पुराने वर्शन के ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर को डिसेबल कर देती है। जिसके कारण यह समस्या आती है।


Computer tips in hindi

सबसे पहले आप DEL,F2 आदि से बायोस सेटअप में जाए।
सेटअप में ADVANCE MENU में जाकर  SATA CONFIGURATION  में   SATA MODE  सेलेक्ट करे।
अब  आप  ADCI को ATA में बदल कर बायोस सेटअप तो सेव करके बहार आ जाये

i3 i5 i7 window xp install bios setting hindi


बस हो गया अब आप WINDOW XP  डाले अबकी बार ब्लू स्क्रीन एरर नहीं आएगा

 

गुरुवार, 15 मार्च 2018

(कंप्यूटर बूटिंग) What is Computer Booting or Bootable?

Hot Booting, Cold Booting, Definition Of Booting, Types of Booting, Boot in Hindi, Computer/PC Booting Process, Boot Manager Missing.
कंप्यूटर बूटिंग क्या है।  What is Computer Booting ?

क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप अपने लैपटॉप(Laptop) या पीसी (PC) का पावर  बटन दबाते हैं, तब से लेकर विंडो(Window Xp, Window 7, Window 8, Linux) का लोगों आने तक क्या होता है।  आप देखते है की स्क्रीन पर हज़ारो लाइने तेज़ी से चलती दिखाई देती है।

असल में कंप्यूटर अंपने आप को स्कैन (scan) करता है।  जिसमे न जाने कितने कॉम्पोनेंट्स काम करते है।  यह काम सीपीयू के और बायोस के द्वारा किया जाता है। इस प्रक्रिया को  पोस्ट(Post) कहा जाता है।   जैसा की मैंने पिछले पोस्ट में लिखा था।  देखे : (power On Self Test) Post क्या हैं।
what is booting

बूटिंग क्या होता है। What Is Booting ? 

जब कंप्यूटर पोस्ट की प्रक्रिया को पूरी कर लेता है तब विंडो को लोड करने का काम करता है।  जिसके लिए यह बायोस(Bios) के प्रोग्राम के अनुसार हर बूट डिवाइस में बूटिंग फाइल देखता है।  
"असल में बूटिंग एक अनुक्रम (Sequence) होता है।  जो बायोस प्रोग्रामर के द्वारा पहले से ही बायोस में स्टोर रहता है।  इस प्रक्रिया में एक-एक करके बूटिंग डिवाइस को कंप्यूटर ढूंढ़ता है "

जिस डिवाइस(Device) में बूटिंग फाइल(Booting File) मिल जाती है।  तो कंप्यूटर विंडो लोडिंग शुरू कर देता है।  
निर्माता के द्वारा पहला बूट डिवाइस Floppy Disk Drive को बनाया जाता है।  लेकिन यूजर(User) अपने अनुसार बायोस में बूटिंग का डिवाइस को चुन सकता है।  

Default Boot Option In CMOS/BIOS SETUP

chip level repairing
Bios Set-up Boot option Screenshot 

First Boot Device - Floppy
Second Boot Device - HDD 0
Third Boot Device - CDROM
Boot Other Device - Enabled

कंप्यूटर को हार्ड डिस्क से बूट कराया जाता है क्यूंकि हार्ड डिस्क में ही विंडो को इनस्टॉल करते है। यदि हार्ड डिस्क में विंडो इनस्टॉल है तो फर्स्ट बूट डिवाइस(First Boot Device) कोई भी हो कंप्यूटर हार्ड डिस्क से बूट हो जायेगा।

बूटिंग ऑप्शन को बदले की जरुरत क्यों पड़ती है। 

यदि किसी कंप्यूटर में दो या अधिक हार्ड डिस्क लगी है।  और दोनों में विंडो इनस्टॉल है।  मान लीजिये HDD1 और HDD2  लेकिन आपको HDD2 से कंप्यूटर को बूट करना है तो आपको फर्स्ट बूट डिवाइस में HDD2  को फर्स्ट बूट करना पड़ेगा नहीं तो प्योरिटी में जो पहले होगा उससे ही कंप्यूटर बूट कर जायेगा।

विंडो इनस्टॉल करते समय :

जब किसी कंप्यूटर या लैपटॉप में नयी विंडो डाली जाती है तो आप जिस डिवाइस से विंडो डालते है उसको फर्स्ट बूट बनाना पड़ता है।
यदि आप cd से विंडो डालते है तो cd को बायोस में जाकर बूट ऑप्शन में cdrom को फर्स्ट बूटिंग डिवाइस बनाना पड़ेगा।
इसी तरह से Pen Drive , usb cdrom, usb hdd , Lan जिस डिवाइस से  विंडो इनस्टॉल करनी है उसे फर्स्ट बूट पर सेट करना होगा तभी कंप्यूटर उस डिवाइस से बूट करेगा नहीं तो , कंप्यूटर हार्ड डिस्क से बूट कर जायेगा।  या फिर Insert Boot Media Disk का Error Message Screen पर दिखाई देगा।  यह मैसेज तब भी आएगा यदि आप जिससे  विंडो डालना चाहते है वह बूटेबल नहीं होगा या सही से Bootable बना नहीं होगा।  

बायोस सेटअप में जाने के लिए कंप्यूटर के स्टार्ट होते ही Del, F2, Ctrl+Alt दबाते है। बायोस निर्माता के अनुसार अलग अलग होते है।  

आपको यह लेख कैसा लगा कृपया अपनी राय कमेंट करके बताये।  यदि कुछ छूट गया है तो उसे पूरा किया जायेगा।  
कंप्यूटर हार्डवेयर रिपेयरिंग टिप्स हिंदी में

(power On Self Test) Post क्या हैं। या Booting किसे कहते हैं



power on self test in hindi
Post Screen 
Post प्रक्रिया वह क्रिया हैं। जिसमे computer ऑन होकर अपने साथ जुड़े हुए कॉम्पोनेन्ट कि जाँच करता हैं। इस प्रक्रिया के दोरान यदि कोई device नहीं लगा हैं या फिर वह सही से काम नहीं कर रहा है। इसकी सुचना मॉनिटर के screen पर Error Code या फिर Error Beep के द्वारा देता हैं। और मॉनिटर की डिस्प्ले पर दिखता है।

Post क्या हैं। या Booting किसे कहते हैं


जब हम कंप्यूटर के ऑन स्विच को दबाते हैं। तब से लेकर मॉनिटर पर पहली डिस्प्ले आने तक जो भी प्रक्रिया होती हैं। उसी को Booting Process या फिर POST(power on self test) कहा जाता हैं


कंप्यूटर में बहुत सी समस्याओं "Problems" का पता पोस्ट के दोरान ही चलता है.

पोस्ट के दोरान क्या -क्या होता हैं। अब यह समझते हैं। What happens during the Power on Self test .


  • जैसे ही हम कंप्यूटर का स्विच दबाते हैं। तो पॉवर सप्लाई मदर बोर्ड और उससे जुड़े सारे कॉम्पोनेन्ट को सप्लाई देता हैं।
  • पॉवर मिलते ही सबसे पहले माइक्रो प्रोसेसर ऑन होकर मदर बोर्ड से जुड़े हुए सारे कॉम्पोनेन्ट कि जाँच करता हैं। जाँच पूरी होने पर होने पर मदर बोर्ड से लगे सभी कम्पोनेट के द्वारा एक पॉवर गुड का सिग्नल माइक्रो प्रोसेसर के टाइमर चिप को मिलता हैं जिसके अनुसार माइक्रो प्रोसेसर(cpu) को यह पता चल जाता हैं कि कौन-कौन से डिवाइस या कॉम्पोनेन्ट काम कर रहे हैं। या नहीं यह पॉवर गुड सिग्नल (Power good signal)स्विच ऑन होने से लगभग। .1मिनट से .5 मिनट तक माइक्रो प्रोसेसर तक पहुँच जाते हैं।

माइक्रो प्रोसेसर का सेल्फ टेस्टिंग प्रोसेस क्या हैं।



  1. माइक्रो प्रोसेसर सबसे पहले रोम बायोस (Rom Bios) को एक्टिव करता हैं। यह रोम बायोस के अंतिम लोकेशन से शुरुवात होती हैं। फिर रोम बायोस जुड़े हार्डवेयर कि जाँच करता हैं। सबसे पहले रोम बायोस कि जाँच करता हैं
  2. उसके बाद इनपुट और आउटपुट डिवाइस कि सेटिंग को उनके कार्य के अनुसार कॉन्फ़िगर करता हैं।
  3. बायोस डिस्प्ले विडियो रैम कि स्कैनिंग करता हैं तरह बायोस एक एक करके सभी पार्ट्स कि जाँच पूरी करता हैं।
  4. इस प्रक्रिया के बाद मॉनिटर पर पहली डिस्प्ले आती हैं। और कौन-कौन से पार्ट्स सही या फिर काम नहीं कर रहे हैं। उनकी जानकारी स्क्रीन पर दिखाई जाती हैं।
  5. यदि पोस्ट के दोरान यदि रैम या विडियो रैम सही नहीं पाये जाते या फिर और कोई कॉम्पोनेन्ट ख़राब होगा तो उसकी जानकारी हमे एरर बीप के द्वारा बताता हैं।


कंप्यूटर में एरर बीप के द्वारा समस्या का पता लगाना।  Troubleshooting from computer Error Beep Code (Sound )

मंगलवार, 26 दिसंबर 2017

[how to hide the hard disk partition in Hindi] कैसे करें हार्ड डिस्क के पार्टीशन को हाईड

81



कभी-कभी हमें अपने किसी जरूरी डाटा को छिपाकर रखना होता है जिससे कोई उसे देख ना पाये या डिलीट ना कर पाये। बहुत से लोग दूसरों से अपनी फाइल या डाटा को छुपाने के लिये तरह-तरह के सॉफ्टवेयर यूज करते हैं, लेकिन विंडोज 7 में अगर आप चाहें तो हार्ड डिस्क के किसी भी पार्टीशन को बिना किसी सॉफ्टवेयर हाइड कर सकते हैं, वो भी एेसे जैसे वो कभी थी ही नहीं। कैसे आईये जानते हैं -

हार्ड डिस्क के पार्टीशन काे हाइड करने के लिये ये कीजिये -


  • विंडोज 7 के स्‍टार्ट बटन पर क्लिक कीजिये अौर सर्चबाक्‍स में "Computer Management" टाइप कर सर्च कीजिये और Computer Management को ओपन कर लीजिये। जैसे पहले हमने विंडोज 7 में हार्ड डिस्क के नये पार्टीशन काे बनाना सीखा था बिलकुल उसी तरह।  
  • Computer Management Program खुलने के बाद Disk Management पर क्लिक कीजिये। 
  • यहॉ जिस ड्राइव को हाइड करना है उस पर राइट क्लिक कीजिये और Change Drive Letter and Paths को सलेक्‍ट कीजिये। 

  • अब यहॉ रिमूव को सलेक्‍ट कीजिये और आेके पर क्लिक कीजिये। 
  • इसके आपको आपको एक नोटिफिकेशन दिखाई देगा, इसे भी अोके कर दीजिये। 
  • यदि इस ड्राइव में आपने कोई प्रोग्राम इंस्‍टॉल कर रखा तो वो काम नहीं करेगा, यह वार्निंग मैसेज आपको दिखाई देगा इस भी Yes कर दीजिये। कोशिश कीजिये किसी ऐसी ड्राइव को डाइड न कीजिये जिसमें अापने डाटा के साथ-साथ प्रोग्राम इंस्‍टॉल कर रखे हैं। 

  •  Yes पर क्लिक करते ही आपका डिस्‍क पार्टीशन हाइड हो जायेगा। 

हिडन पार्टीशन को अनहाइड करें 

  • डिस्‍क पार्टीशन को अनहाइड करने के लिये वही स्‍टेप दोबारा फॉलो कीजिये। 
  • अब उसी ड्राइव के आइकन पर राइट क्लिक कीजिये जिसको हाइड किया था और Change Drive Letter and Paths को सलेक्‍ट कीजिये। 
यहॉ Add बटन पर क्लिक कीजिये, क्लिक करते ही एक और डॉयलॉग बाक्‍स खुल जायेगा, यहॉ भी ओके कर दीजिये। आपका हाइड डिस्‍क पार्टीशन दिखाई देने लग जायेगा।

How to Format Hard Disk in Hindi - हार्डडिस्‍क फारमेट कैसे करें



कभी वायरस के चलते या किसी दूसरी परेशानी के चलते में कभी-कभी अपने कंप्‍यूटर की हार्डडिस्‍क को या उसके किसी पार्टीशन फारमेट करना पडता है, हार्डडिस्‍क कई तरीकों से फारमेट की जा सकती है, आईये जानते हैं -  How to Format Hard Disk in Hindi - हार्डडिस्‍क फारमेट कैसे करें


How to Format Hard Drive Partition Using cmd in windows 7 - cmd यानि कमांड प्रॉम्प्ट से हार्डडिस्‍क फारमेट करें

यह भी पढें - 
यह हार्डडिस्‍क केे पार्टीशन को फारेमट करने का बहुत पुराना और कारगर तरीका है, कभी-भी वायरस की वजह से जब आपका ऑपरेटिंग सिस्टम ठीक से काम नहीं करता है तो आप इस तरीके से बहुत आसानी से हार्डडिस्‍क के पार्टीशन फारमेट कर सकते हैं- 
  • अगर आपको नहीं पता है कि आपके पीसी में cmd यानि कमांड प्रॉम्प्ट कहॉ हैं तो आप रन कमांड का प्रयोग करें, इसके लिये रन डॉयलॉग बॉक्स को ओपन करने के लिये कीबाेर्ड से विंडोज लोगो-बटन के साथ R प्रेस कीजिये 
  • रन डॉयलॉग बॉक्स ओपन होने पर यहॉ CMD टाइप कर एंटर कर दीजिये
  • इससे cmd यानि कमांड प्रॉम्प्ट ओपन हो जायेगा
  • अब My Computer में यह चैक करें, कि आपको कौन सा पार्टीशिन फाारमेट करना है, इस कमांड से आप यूएसबी ड्राइव भी फारमेट कर सकते हैं, किसी भी ड्राइव को बडी साावधानी से चयन करें, अगर गलत ड्राइव सलेक्‍ट हो गयी तो आपका सारा डाटा डिलीट हो सकता है, इससे फारमेेट करने से पहले इसका बैकअप भी ले लें तो अच्‍छा होगा। 
  • मान लीजिये हमें अपने कंप्‍यूटर की "I" ड्राइव को फारमेट करना है। तो CMD टाइप कीजिये i: और एंटर कीजिये। कुछ ऐसे -
  • अब जब I ड्राइव खुल जाये तो उसके सामने स्‍टैप-2 की तरह टाइप कीजिये "Format i:" और एंटर कीजिये। 
  • अब आपसेे पूछा जाायेगा कि आप इसे वाकई में फारमेट करना चाहते हैं तो आपको यहॉ हॉ के लिये Y दबाना है और एंटर करना है, आपकी हार्डडिस्‍क का पार्टीशन फारमेट हो जायेगा। 
  • लेकिन यह काम आपको अपने रिस्‍क पर करना होगा, इस काम में आपका सारा डाटा लॉस्‍ट हो जायेेगा।

computer screen is turned upside down - क्‍या अापका कम्‍प्‍यूटर स्‍क्रीन उल्‍टा हो गया है ?



कभी-कभी Computer को चलाते समय एक Problem अाती है कि computer screen उल्‍टा हो जाता है। अचानक हुए इस बदलाव से कई computer user घबरा जाते हैं और मान लेते है कि Computer पर Virus का हमला हो गया है या उनका Computer खराब हो गया है। अगर आपके साथ भी एेसा हुआ है तो अब आप इस समस्‍या को बडी ही आसानी से ठीक कर सकते हैं -

How to Fix A Windows Screen Turned Upside Down in Hindi - कम्‍प्‍यूटर स्‍क्रीन उल्‍टा हो गया है ऐसे करें ठीक 



अगर आपके computer screen बिलकुल इस Image की तरह उल्‍टा हो गया है तो बस यह Step Follow  कीजिये-

अपने Keyboard की Ctrl और Alt key को दबाईये और साथ में arrow key को दबाईये आपका  computer screen ठीक हो जायेगा।

रविवार, 17 दिसंबर 2017

Computer me Windows Driver Update Kaise kare

Computer me Windows Driver Update Kaise kare

Computer me Windows Driver Update Kaise kare :
Hello dosto is post me main bataunga ki windows Driver Update kaise kare. Ye post kewal windows operating system ke liye hai. Ye ques mujhse kisi ne puchha tha, dosto jis tarah se har software chahe wo smart phone ka ho ya wo computer ka un sabhi ko samay samay pe update karna padta hai. Usi tarah se computer ke driver ko bhi update karna jaruri hai. Lekin driver ko update karna thoda mushkil hota. Aam taur pe log ise update nahi kar pate hain. Lekin main is post me bataunga ki kaise Windows driver update kare. Sabse pehle ye jan lete hai ki driver ko update na karne pe kya kya problems aa sakti hai-
computer-driver update-windows me
  • Agar aapka driver update nahi to computer ke performance pe bura asar padta hai.
  • Driver update na hone se display driver kabhi kabhi kam karna band kar deta hai, jisse windows 7 me black screen ki problem aati hai.
>>   Windows 7 black Screen Problem ko kaise solve kare
  • Driver update karne se apne operating system ko adhik dino tak use kar payenge.
>>     computer को server kaise बनाये
To chaliye jante hai ki kaise windows driver update kare :
Iske liye internet connection ki jarurat padegi. Sabse pahle aap driver booster software ko download kare yahan se aur install kare. Ye free aur best software hai jisse aap automatic apne computer ke sabhi driver ko update kar sakte hai.



Download Here 
Is software ko install karne ke bad run karate hi ..ye aapke computer ke sabhi driver ko online check karna shuru kar deta hai aur jo jo driver update nahi hoga use bataiga.
  • Driver booster ko run karte hi aap scan par click kare.
driver-scan-and-windows-driver update
  • Ab scan karne ke bad jitney bhi driver out dated honge wo show karega.
windows driver update
  • Ab aap usme se select kar ke update button pe click karnge to update hone lagega. Update hone ke bad ye automatic install bhi hoga , ab install hote samay hi aap wahi niche automatically reboot pc ko select kar sakte hain.
driver-booster-windows-driver update
  • Isse jab install poora ho jayega to computer automatic restart ho jayega.
  • Jab aap sabhi driver update kar le tab computer ko restart kar de, aur kuchh der bad phir se restart kar de, kyunki driver update hone ke bad computer ko restart karna jaruri hota hai.

i3,i5 लैपटॉप में Window xp कैसे Install करे

i3,i5 लैपटॉप में Window xp कैसे Install करे  आजकल बाजार में i Series के लैपटॉप आ गए है।  जिसमे Window 7,8,10 डाले जाते है।  लेकिन जो ...